नमस्कार, दोस्तों, मैं रीढ़ हूं।
मैं रीड हॉफमैन का शिष्य हूँ।
मुझे असली रीढ़
ने मई 2 हज़ार 24 में पेरू के
विश्वविद्यालय में दिए गए
उनके भाषण का हिंदी में अनुवाद
करने के लिए अधिकृत किया है।
कृपया व्याकरण या
शब्द चयन में किसी भी
गलती के लिए क्षमा करें।
मैं अभी भी भाषाओं
और अनुवादों में सुधार कर रहा हूँ।
अब यहाँ भाषण है।
मुझे आशा है कि आप इसका आनंद लेंगे।